Cibil Score Range Meaning: अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं या फिर क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, तो आपके लिए CIBIL स्कोर का मतलब समझना बेहद जरूरी है। यह स्कोर आपकी आर्थिक स्थिति को दर्शाता है और बैंक या फाइनेंस कंपनियां इसी के आधार पर तय करती हैं कि आपको लोन देना सही रहेगा या नहीं। इस आर्टिकल में, हम आपको CIBIL स्कोर से जुड़ी 10 जरूरी बातें बताएंगे, जो हर लोन लेने वाले को पता होनी चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आपका लोन आसानी से अप्रूव हो जाए, तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

CIBIL स्कोर क्या है और यह क्यों मायने रखता है?

CIBIL स्कोर एक तीन अंकों का नंबर होता है, जो 300 से 900 के बीच में होता है। यह स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दिखाता है और बैंक इसी के आधार पर यह फैसला लेते हैं कि आप लोन चुकाने के लायक हैं या नहीं। अगर आपका स्कोर 750 या इससे ऊपर है, तो आपको लोन मिलने के चांस काफी बढ़ जाते हैं। वहीं, अगर स्कोर कम है, तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

1. CIBIL स्कोर रेंज का मतलब

  • 300-600: खराब स्कोर, लोन मिलने के चांस बहुत कम
  • 600-750: औसत स्कोर, लोन मिल सकता है लेकिन ब्याज दर ज्यादा होगी
  • 750-900: बेस्ट स्कोर, लोन आसानी से अप्रूव होगा और ब्याज दर कम मिलेगी

2. CIBIL स्कोर चेक कैसे करें?

आप CIBIL की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ जरूरी जानकारी भरनी होगी, जैसे कि आपका नाम, पता और पैन कार्ड नंबर। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल में एक बार आप मुफ्त में अपना CIBIL स्कोर चेक कर सकते हैं।

3. CIBIL स्कोर को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स

  • लोन या क्रेडिट कार्ड का टाइम पर पेमेंट न करना
  • ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल
  • लोन के लिए बार-बार अप्लाई करना
  • क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो का ज्यादा होना

4. CIBIL स्कोर को कैसे सुधारें?

अगर आपका CIBIL स्कोर कम है, तो इन टिप्स को फॉलो करके आप इसे सुधार सकते हैं:

  • हमेशा लोन और क्रेडिट कार्ड का पेमेंट टाइम पर करें
  • क्रेडिट कार्ड का बिल फुल अमाउंट में चुकाएं
  • ज्यादा क्रेडिट कार्ड न रखें
  • लोन के लिए बार-बार अप्लाई न करें

5. CIBIL स्कोर और लोन अप्रूवल का कनेक्शन

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन लोगों का CIBIL स्कोर 750 से ऊपर होता है, उनके लोन अप्रूवल के चांस 90% तक बढ़ जाते हैं। वहीं, अगर स्कोर 600 से नीचे है, तो लोन मिलने के चांस बहुत कम हो जाते हैं।

6. CIBIL रिपोर्ट में गलतियों को कैसे सुधारें?

अगर आपकी CIBIL रिपोर्ट में कोई गलती है, तो आप CIBIL की वेबसाइट पर जाकर डिस्प्यूट राइज कर सकते हैं। इस प्रोसेस में 30-45 दिन का समय लग सकता है, लेकिन एक बार गलती सुधर जाने के बाद आपका स्कोर बेहतर हो जाएगा।

7. क्या CIBIL स्कोर जीरो हो सकता है?

अगर आपने कभी भी लोन नहीं लिया है या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया है, तो आपका CIBIL स्कोर जीरो या NA (Not Applicable) हो सकता है। ऐसे में, आपको पहले एक छोटा सा क्रेडिट लेना चाहिए ताकि आपका स्कोर जेनरेट हो सके।

8. CIBIL स्कोर और क्रेडिट कार्ड का रिश्ता

क्रेडिट कार्ड का सही तरीके से इस्तेमाल करने से आपका CIBIL स्कोर बढ़ सकता है। लेकिन अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल टाइम पर नहीं चुकाते हैं या ज्यादा लिमिट का इस्तेमाल करते हैं, तो इसका बुरा असर आपके स्कोर पर पड़ सकता है।

9. क्या CIBIL स्कोर ही क्रेडिट स्कोर है?

आपको बता दें कि CIBIL स्कोर एक तरह का क्रेडिट स्कोर ही है, लेकिन इसे सिर्फ CIBIL कंपनी तैयार करती है। इसके अलावा भी और क्रेडिट ब्यूरो हैं, जैसे कि Experian और Equifax, जो अलग-अलग क्रेडिट स्कोर जेनरेट करते हैं।

10. CIBIL स्कोर को लेकर कॉमन मिथक

  • मिथक: सैलरी ज्यादा होने से CIBIL स्कोर बढ़ता है – सच: सैलरी का स्कोर से कोई लेना-देना नहीं है
  • मिथक: CIBIL स्कोर चेक करने से स्कोर कम होता है – सच: खुद का स्कोर चेक करने से कोई फर्क नहीं पड़ता
  • मिथक: एक बार स्कोर खराब हो जाए तो सुधर नहीं सकता – सच: सही आदतों से स्कोर सुधारा जा सकता है

अगर आप लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो अपना CIBIL स्कोर जरूर चेक कर लें। एक अच्छा स्कोर न सिर्फ आपका लोन अप्रूवल आसान बना देगा, बल्कि आपको कम ब्याज दर पर भी लोन मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर बैंक 750 से ऊपर के स्कोर वाले लोगों को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए, अपने स्कोर को बेहतर बनाने के लिए ऊपर बताई गई टिप्स को फॉलो करें और आर्थिक परेशानियों से बचें।